आउटिंग " बहुत दिन हो गए. चलो कहीं बाहर चलते हैं. वही खाना भी खा लेंगें." " पगला गए हो क्या ? इतनी सर्दी में बाहर देर रात में लौटेंगें ! बिना सोचे - समझने जो मर्जी फरमाइश करने लगते हो. मुनिया को ठंड लग गयी तो सारी आउटिंग की भेंट न जाने कितने दिन चढ़ जायेंगे. अभी कल ही तीसरे महीने में लगी है. डाक्टर - दवा तो करोगे ही, जो पैसे लगेंगे सो अलग. " " यार ! तुम भी कमाल करती हो ! मुनिया न हुई जेल हो गयी. " " हाँ तुम तो जैसे पहले दिन