दिया और बाती

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उमा आज सालों बाद अपने घर वापस आई थी। उसने सोचा भी नहीं था जिस आवाज से पीछा छुड़ाने के लिए उसने घर छोड़ दिया वो इतने सालो बाद भी उसका पीछा नहीं छोड़ रही है। कई सालों बाद जब उसकी आवाज़ सुनी उमा ने तो बेचैन हो गई। शायद वो सुनना भी नहीं चाहती थी। शायद इसी वज़ह से उमा घर वापस नहीं आना चाहती थी ताकि अपने साथ हुए धोखे को भुला सके पर नियति से आखिर कौन जीता है?कमरे से निकलकर बरामदे आकर नीचे देखा तो गली में निशा खड़ी थी। निशा जो कभी उसकी सबसे अच्छी