हम्मिंग बर्ड्ज़

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हम्मिंग बर्ड्ज़ “आज की भी सुन लीजिए,” मेरे दफ्तर से लौटते ही पत्नी ने मुझे घेर लिया, “माँजी ने आज एक नया फरमान जारी किया है, जीजी की चिड़ियाँ हमें यहाँ लौटा लानी चाहिए|” बहन की मृत्यु पंद्रह दिन पहले हुई थी| उधर अपने पति के घर पर| जिससे उसने पाँच महीने पहले कचहरी में जाकर अपनी मर्ज़ी की शादी रचाई थी| मेरे खिलाफ जाकर| “माँ की ऊलजलूल फरमाइशें मेरे सामने मत दोहराया करो,” मैं झल्लाया, “कितनी बार मैंने तुम्हें बताया है, मेरा मूड बिगड़ जाता है|” “यह अच्छी रही|” पत्नी मुकाबले पर उतर आई, “दिन-भर वह कोहराम मचाएँ, मेरा