शहर में आये दिन युवा लड़कियों के अपहरण और उनके साथ हैवानियत की खबरें आती रहती थी । कुछ दिनों की सुर्खियों के बाद अपराधियों की दबंगई के चलते पीड़ित लड़कियां अपना बयान वापस ले लेतीं और अपराधी फिर आजाद हो जाते दूसरा शिकार ढूंढने के लिए । ऐसी ही एक पीड़ित लड़की की आपबीती सुनकर डीएसपी श्रेष्ठा का खून खौल उठा । नायाब दरोगा अमर सिंह को उसने उस लड़की की भरपूर मदद करने तथा अपराधियों को गिरफ्तार कर उन्हें सजा दिलाने की जिम्मेदारी सौंप दी । लड़की की निशानदेही पर गिरफ्तार किए गए अपराधियों से यह हकीकत पता चली