इस संसार में अगर को सत्य बात है तो वह है मृत्यु / एक न एक दिन सभी की मृत्यु आनी ही है चाहे कोई पशु हो पक्षी हो या इंसान हो सभी प्राणियों की मृत्यु निश्चित है जो भी प्राणी इस संसार में जन्मा है उन सब की मृत्यु तय है/ यह बात सभी धर्मो के ग्रंथो में भी दी गई है भगवान बुद्ध का क्षणिकवाद का सिध्यांत भी यही बतलाता है की जो वास्तु आज है वो कल नहीं हर किसी चीज की एक सीमा है और एक उद्देश्य है जब वह व्यक्ति या वास्तु अपने उद्देश्य को