त्याग मैं उसके लगभग पांच सालों तक सम्पर्क में रहा | जिसमें उससे व्यक्तिगत रूप से कोई दो चार ही मुलाकातें हुई थी, लगभग फोन पर है वो मेरी भेजी हुई कहानियों को प्रूफ चेक करती और छपने के बाद केवल 'गुड' लिखकर भेजती | पहली से आखिरी मुलाकात में भी वो अनमेरिड ही थी | मैंने उसे कई बार शादी के प्रस्ताव रखे कि अच्छा सा लड़का देख कर शादी कर लीजिए | क्योंकि एक बार किसी कॉन्फ्रेंस में उसकी ही सहेली गीता , जो मेरे और देवी के दोस्ताना व्यवहार से जलती थी, गीता ने मुझे उस पर व्यंग्य