#इंसान_बनाम_मशीन ?वस्तु विनिमय प्रणाली के तहत जहाँ इंसान की जरूरतें पूरी होतीं थी वहीं परस्पर अनुग्रह और प्रेम का भाव बना रहता होगा ऐसा मैं समझता हूं। फिर वैज्ञानिक क्रांति के चलते नई नई वस्तुओं का अविष्कार हुआ नयी नयी वस्तुओं का आविष्कार हुआ तो आदमी का काम सरल होता गया, आदमी का काम सरल हुआ तो उसे अपने लिए खाली समय मिलने लगा , अब इस खाली समय में वह करें क्या ? तो मनोरंजन की जरूरत महसूस हुई , मनोरंजन और कुछ नहीं जो समय आदमी अपने परिष्कार के लिए सदुपयोग कर सकता है उस समय को काटने