प्रातः काल का समय ," दो शक़्स बाइक में सवार रास्ते से गुजरते हुए ,यु हाव भाव और पहनावे से मालूम होता है की वो शक़्स सभ्य है और किसी खेल से ताल्लुक रखते है ," थोड़ी सी हसी मज़ाक करते हुए (बाइक पर सवार ) आगे बढ़ते हुए ,कुछ ही पल में बाइक पैर बैठा हुआ शक़्स ( जिसका काल्पनिक नाम सन्देश है ) वो अपने पार्टनर (काल्पनिक नाम सुरेश )को जो की बाइक राइड कर रहा है ,दाहिनी तरफ मुड़ने का इशारा करता है। उस मोड़ से आगे बढ़कर , " कुछ दूरी बाद सन्देश को देखकर ये