"पिंजड़ा"अनिमेश आज नये आॅफिस में ज्वाइन कर लिया था। साल भर पहले ही बदली हुई थी पर बाॅस ने मुख्यालय से बदली रुकवा दी थी। पेन्डिंग पड़े सभी प्रोजेक्ट को पूरा करने के बाद अनिमेश विरमित हो पाया था।एकाउन्ट ऑफ़िस तिमंजलि इमारत पर अवस्थित था। राजधानी पटना के गांधी मैदान के समीप। इस आॅफिस में पूर्व से परिचित सहकर्मियों से ज्वाइनिंग के बाद मिलकर खुशी हुई। अनिमेश को लगा कि जाने-पहचाने स्टाॅफ के बीच काम में आनन्द आएगा। परन्तु एक सप्ताह के अन्दर वह बेचैनी महसूस करने लगा। कार्यालय में अजीब किस्म का भारीपन, सन्नाटा और उदासी छायी रहती। स्वाभाविक