: कहानी की नायका का जन्म कुछ एसे हालात मे हुवा! 24 दिसंबर की वो रात !काला स्याह अंधेरा लेकर आई थी!सर्दी अपने पूरे यौवन पर थी! क्रिश्चियन मिशन हॉस्पिटल की सारी नर्से अपना पसंदीदा त्यौहार मनाने को उत्सुक थी!अगले दिन 25 दिसंबर क्रिसमस का दिन था!पूरा हॉस्पिटल रंग बिरंगी लाइट्स लडियां और क्रिसमस ट्री से सजाया गया थाभगवान ईसु के आगमन की तैयारियां पूरे जोर से चल रही थी!और उस दिन हॉस्पिटल में इतनी भीड़ भी नहीं थी!तकरीबन सारे केसिस समय से पहले निपटा दिए गए थे!मगर एक केस ऐसा था जो बहुत ही उलझा हुआ था मनोरमा देवी