क्या मैं काफी हूँ? By Dy
जितनी दफा जीतता हूँ,
उतनी दफा हार जाता हूँ
जितना भी पास आता हूँ,
उतनी ही दूर हो जाता हूँ
क्या मैं काफी हूँ?
जितनी भी कोशिश करता हूँ,
उतना ही असफल होता हूँ
जितना भी आगे निकलता हूँ
उतना ही पीछे रह जाता हूँ
क्या मैं काफी हूँ?
जितना परेशानियों से भागता हूँ
उतना ही उनसे टकरा जाता हूँ
जितना इन निराशाओं से लड़ता हूँ
उतना ही उनमें समा जाता हूँ
क्या मैं काफी हूँ?