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वो पूछता है "कितना चाहती हो?" मैं कहती हूँ .. "प्यार कम है, फिक्र ज़्यादा है…" - Nisha ankahi
वक़्त सबको मिलता है, ज़िंदगी बदलने के लिए… पर ज़िंदगी दोबारा नहीं मिलती, वक़्त बदलने के लिए। - Nisha ankahi
कभी किसी की एक आह भी, किसी ग़ज़ल से ज़्यादा भारी पड़ती है, और कभी किसी की ख़ामोशी, पुरानी यादों की तरह दिल में देर तक उतरती है। - Nisha ankahi
काली रातें सवाल पूछती हैं, और भोर जवाब लेकर आती है पर जवाब वही समझता है जो रात से डरकर भागा नहीं - Nisha ankahi
इरादे साफ़ हों तो रास्ते जिद नहीं करते, हिम्मत दिखा… दुनिया तेरे कदमों में होगी।” - Nisha ankahi
मेरी उड़ान को देखकर लोग कहते हैं," रुक जा" मैं सिर्फ मुस्कुरा देती हूँ… क्योंकि मेरा आसमान बेख़ौफ़ है। - Nisha ankahi
मैंने जब-जब खुद को संभालना चाहा, किस्मत ने कोई नई आफ़त भेज दी। - Nisha ankahi
रिश्तों की खूबसूरती यही है— जो पल सहेज लिए जाएँ, वही उम्र भर चलते हैं; बाकी सब हवा हो जाता है। - Nisha ankahi
नदी जब किनारों को छूती है, तो लगता है जैसे ज़िन्दगी किसी को बिना कहे भी कितना कुछ बाँट देती है। - Nisha ankahi
तेरी गैरहाज़िरी ने एक सच सिखा दिया कुछ रिश्ते टूटते नहीं, बस इतने ओझल हो जाते हैं कि फिर खुद को भी दिखाई नहीं देते। - Nisha ankahi
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