Quotes by kiranvinod Jha in Bitesapp read free

kiranvinod Jha

kiranvinod Jha

@kiranvinodjhagmail.com163604


राम नाम के सहारे से ही,
हो जाती है नैया पार।
द्वेष मन से मिट जाते,
खुल जाते मुक्ति के द्वार।।

मिश्री
- kiranvinod Jha

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मनमीत के बिना,सब कुछ है बेकार।
खुशी मिले या गम,वो सब दे स्वीकार।।

मिश्री
- kiranvinod Jha

भ्रम ही है इंसान की कमी,
रह रह आती , आंखों में नमी।।
सर्वश्रेष्ठ दिखाने के चक्कर में,
कब छोड़ देता,जमीर की जमी।।

मिश्री
- kiranvinod Jha

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दूसरों के सहारे मत रहिए,
कब दे जाएं ,वो लोग धोखा।
अपने आपको मजबूत रखें,
नहीं दे उन्हें,कोई भी मौका।।

सुप्रभात
मिश्री
- kiranvinod Jha

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इंतजार में बैठे थे,शाम भी ढलकर,हो गई रात।
कुछ अधूरा लग रहा,उनसे नहीं हुई आज बात।।

मिश्री
- kiranvinod Jha

घात लगाकर बैठे हैं,
कुछ अपने ही लोग।
एक चूक जो तुमने की,
विष वाणी का मिलेगा भोग।।

मिश्री
- kiranvinod Jha

इच्छाओं का क्या है ,ये चलती जीवन पर्यंत।
विराम तभी लगता,जब होता सांसों का अंत।।

सुप्रभात
मिश्री
- kiranvinod Jha

🙏🏻 🙏🏻

है किरदार बहुत खूब निराला,
सबके रंग में ही रंग जाते।
बच्चे , बुजुर्ग या युवा हो,
सबके दिल में जगह बनाते।।

कब किस बात को कहना है,
ये बखूबी से, वही बताते।
हंसी,मजाक या हो कटाक्ष,
अपनी लेखनी से दर्शाते।।

न किसी से बैर,न ही घनिष्ठता,
सभी को समान भाव दिखाते।
एकल स्वभाव के कारण ही,
अपने आपको नहीं लजाते।।

समय जब भी मिलता है उन्हे,
अपनत्व भाव से चले आते।
अपनी मनमोहक शायरियों से,
इस समूह में चार चांद सजाते।।

किरन झा (मिश्री)
- kiranvinod Jha

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शब्द वाण किसी से कम नहीं,
दिल को करते छलनी छलनी।
आजीवन सब याद रहता,
देह त्याग पर ही होती भरनी।।

मिश्री
- kiranvinod Jha

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औरों को वक्त देने की खातिर,
अपनों का वक्त,वो भूल जाते।
इंतजार की उसे , पीड़ा देकर,
घड़ी घड़ी उसे,क्यों आजमाते।।

मिश्री
- kiranvinod Jha

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