जब तुम पहली बार मेरी ज़िंदगी में आए थे, तो मुझे लगा — शायद बस एक और मुलाकात है।
पर पता नहीं कब तुम्हारी मुस्कान मेरी आदत बन गई,
तुम्हारी आवाज़ मेरा सुकून, और तुम्हारा होना मेरा सारा जहाँ।
कभी-कभी लगता है,
तुम्हारे बिना सब कुछ है, पर कुछ भी नहीं।
तुम वो खामोश दुआ हो जो हमेशा दिल में रही,
वो एहसास जो कभी कहा नहीं गया,
पर हर सांस ने महसूस किया।
तुमसे मिलना ऐसा था,
जैसे ज़िंदगी ने पहली बार मेरे दिल की धड़कनों से कहा हो —
“अब तू पूरा हुआ है।” 💞
Payal