मिलने की तुम हर बार सिर्फ कोशिश करते हो,
मिलते नहीं हो..
मिलो एक बार को तुम ,
तुमसे बातें तमाम करनी है..
तुझे गले से लगा कर,
तेरी ही शिकायत हजार करनी है ..
रोना चाहते हैं तेरे सीने से लग कर ,
और फिर तेरी बाहों से लिपटकर तुझसे फरियाद करनी है ..
न जाना फिर कभी यूं मुंह फेर कर,
यु मुझे अकेला छोड़कर ..
तेरी निगाहों में निगाहें डालकर,
यह गुजारिश बार-बार करनी है ..
- Soni shakya