दिल की ख्वाहिश थी आपसे रूबरू होने की।
पर शायद किस्मत में लिखा था हमें जुदाई की।
हम भले ही दूर है आपसे,आपकी यादें ही बहुत है।
हमारी अधुरी कहानी को फिर से पुरी करने की चाहत की।
हमने अगर गुस्ताखी कि हो हमें माफ कर देना।
बस एक बार संदेश को पढ़कर हामी ही भर देना।
- RACHNA ROY