आप सभी को बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएँ🙏💐💐
1)माँ सरस्वती
----------------
माँ सरस्वती ! ज्ञान की वीणा बजा
अज्ञान का तिमिर मिटा
चले सब नेक रास्ते
ऐसी राह दिखा
तेरा हो सदा वंदन
सब में ऐसी प्रीत बढ़ा
कंठ में हो वास तेरा
ऐसी करुण कृपा बरसा
सत्य की राह चले सब
ऐसी मति सब में जगा
हे सरस्वती माँ ! लेखनी में वास कर
निर्मल धारा उसमें बहा
नमन तुझे माँ, नमन तुझे माँ
बस इतना ही उपकार कर सदा ।
2)अलौकिक
---------------
ज्ञान और विवेक की देवी
माँ सरस्वती वीणा वादिनी
अलौकिक ज्ञान की ज्योति जगा।
अपनी कृपा बरसा कर
जीवन में नया संगीत जगा
जिसकी तान पर जीवन अलौकिक हो।
हंसवाहिनी, संगीत ,कला और विद्या
का ऐसा संगम हो कि उस नदी की
धार ऐसी बहे जो अलौकिक हो ।
श्वेतांबरी मेरी वाणी में
वो शक्ति का संचार हो
जिसके बोलो मैं सत्य का
अलौकिक आभास हो।
महासरस्वती ,अंबिका
मेरे अंत:करण को निर्मल कर
अपनी भव्यता दो जो अलौकिक हो।
हे भगवती, स्मरण शक्ति को
वह बल प्रदान करें जिसमें
आप की स्तुति नित्य नवीन अलौकिक हो।
3)हे
मात
काव्य की
धारा बहे
नित्य निर्मल
लेखनी में समा
ज्ञान की ज्योति जगा ।
आभा दवे
मुंबई