प्यार से प्यार जताते जताते, खुद के लिये ही प्यार कमाना भूल गया, दिल से रिश्ता निभाते निभाते, खुद की ही इज्ज़त बनाना भूल गया, अहंकार मे डूबे शख्स को, अहंकार का हश्र बताना ही भूल गया, कायदे से बात करते करते, बदतमीजो को तमीज का पाठ पढ़ाना ही भूल गया, ईमानदारी से जीते जीते, खुद पर ही विश्वास दिलवाना भूल गया..
वफा पाकर वफा निभाना, सब के बस की बात नहीं..
इज्जत पाकर भी इज्ज़त लुटाना,
सब के बस की बात नहीं..
सच्चे प्यार को मंज़िल तक पहुंचाना, सब के बस की बात नहीं..
सही और गलत में फरक पहचानना, सब के बस की बात नहीं..
ladkiyo kitni aasani se kah deti hai
tum badal gye ho
par ye nhi kahti
hume dushra mil gaya hai
tum koi aur dekh lo
lotus 🪷