स्त्री को अगर भरोसे में 
ले लिया जाए 
तो क्या कुछ नहीं 
किया जा सकता 
उसका सब कुछ लुटा 
जा सकता है 
इज्जत , आबरू 
यहाँ तक
उसका नाम भी
भरोसे पर जान लुटाती स्त्री
और भरोसे पर जान लुटते हम 
इस
जान लुटने
और 
जान लुटाने 
के बीच 
सिर्फ 
एक मात्रा का फरक है
'आ' की मात्रा
एक 'भरोसे' की मात्रा