छोड़ कर चल जाते हो
क़िसी भी रिश्त को
जाते कहा है रिश्ते
कही नहीं जाते
वो तुम्हारे साथ रहते है
तुम्हारी याद बने जाते है
मैं यह भी कहते हूँ
वो रिश्ता ख़त्म कर दो
जो रिश्ता हर शाम
बेल्टें से मरता हों
गलती ना होते हुए
सब के सामने
ग़लत कहते हो
तुम्हारी नापसंद
पसंद को ना समझता हो
तुम्हारे जिस्म पर
ज़ख़्म दिये कर
चाहने की नीद सोता हो
वो रिश्ता जो तुम्हें समझता नही
फिर भी तुम समझते रहते हो
तुम्हारे साथ एक पल नहीं रहता
तुम पुरी ज़िंदगी उसके नाम कर देते हो
तुम्हे प्यार की नज़र से नहीं देखता
तुम उसके लिए सँवरते हो
वो बाहर से खा कर आय जाते है
तुम उसके लिए भुख़ बैठ रहते हो
वो तुम्हारे लिए भगवान है
तुम्हें हो कुछ भी नही समझता
तुम उसके लिये जियो
वो तुम्हें हर रोज़ मरता हो
मैं अक्स सुनता हूँ
टी॰वी में कहानियों में आम ज़िंदगी में
हम ओरतो से डरते है
75 % लोग कहा से आये
जो लड़कियों पत्नियों को मरते है
यह दोखला सामज है
मेरे से बनता है
यहाँ बैठे बैठे बात कर रहा हूँ
रात को कोई पति अपनी पत्नी को
पिटा रहा हो गए
यह सोच कर सो जाऊंगा
की उनका आपसी मामला है
एक दिन वो पत्नी अपने पति को
छोड़ कर जाए गयी
उसको गलत बताऊंगा