उम्र के संग तस्वीरें भी रंग बदलती है,
यादों के चटख रंग, धीरे-धीरे मद्धम पड़ते हैं।
कभी जो आंखों में बसे थे सपनों की तरह,
वो अब धुंधले साए बनकर दिल में रहते हैं।
बालों की काली घटाएं अब सफेदी में बदल गई,
झुर्रियों ने चेहरे पर अपनी कहानी लिख दी।
बचपन की मुस्कान, जवानी की खनक,
अब ठहराव और शांति में बदल गई।
फोटो एलबम में सजीं वो हंसी की तस्वीरें,
वक्त के साथ, बस यादें बनकर रह गईं।
कभी जिनके संग बिताए थे अनगिनत पल,
अब उन पलों की मिठास, आंखों में चमक बन गई।
उम्र की ढलान पर, जीवन का ये सफर,
कभी रंगीन, कभी फीका, यूं ही चलता रहा।
हर तस्वीर, हर लम्हा, अपनी कहानी कहता है,
उम्र के संग, तस्वीरों के रंग भी बदलता है।