मैं हूँ सब ठीक कर दूंगा🫀🤍
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पापा🫂
- कितनी लिखावट का हिसाब है आप
मेरा एक किस्सा है आप
आपसे शुरू होकर खत्म होती है। बैठ आपकी बेटी बहुत होती है.....🥲
- कहते थे ना मुझे काबिल बन देख
मुस्कुराओगे......
अब क्या?
अब क्या तारा बन टिमटिम आओगे? -खामोश रहते हो कितने गरजते भी
नहीं......
मेरा कौन सा गुनाह करने पर
आप मेरे ख़्वाबों में चले आओगे?💜🙃
- मैं चुप रहूँ या बोलूँ.......
राहु खामोश या फिर बुलंद हो।
लू????
और देखो ना दिल टूट गया फिर एक बार
मेरा वो अंशु में कितनी बार हांसी
मैं घोल लूं?...🌏
- जवाब दे पाओगे?
क्या कैसे कहते थे ना
"मैं हूं ना सब ठीक कर दूंगा"
बस एक बार वह फिर से कह
पाओगे ?????....🥺