અજાણ્યો પત્ર - 01
तुम्हे याद है मेरी डायरी का वो पहला पन्ना! जिसमे मेने तुम्हारी हर यादों को संभाल कर रखा था, थोड़ी सी धूल भरी सी हो गई है वो सारी पंक्तियां,,बड़े दिन हो गए है ना इसलिए, पर आज भी जब में उस पहले पन्ने पर तुम्हारा जिक्र किए हुए उस पंक्तियों को पढ़ता हूं तो मुझे तुम्हारे होने का आज भी एहसास होता है। तुम नहीं पर तुम्हारी यादों से जी रहा हूं और जीना चाहता हूं।।
-Nilesh Rajput