जब मेरी आपसे मुलाक़ात होगी
तब मैं इस इत्मीनान से साथ
आपसे नज़रें मिला पाऊंगा कि
मुझे जिस कार्य के लिए
आपने यहाँ भेजा था उसे
पूरी लगन और शक्ति से
मैंने करने की कोशिश की।
यह तू जाने, मेरे कर्म से
किसे फायदा किसे नुकसान हुआ
कौन खुश था किसे शिकायत रही होगी।।
आपका फैसला शिरोधार्य रहेगा मेरे भोले!!