जब एक नारी
करके
सोहल
श्रिगांर करती है
तो एक देवी का रूप होती
जब
नारी हाथ में
तलवार लेती है
एक जोधा
होती है और
जब नारी
पेन पुस्तक
हाथ में लेती है
तो एक गूरू
एक शिक्षक
होती
और एक नारी
के गोद में बच्चा आता है तो
वो एक मां का रूप होती है
लेकिन फिर भी
दूनिया बालों
की नजर में
नारी के लिये
मान
सम्मान
क्यों नहीं है
-Singh Pams