वो लफ्ज़ कहाँ से लाऊं
जो तू पढ़ पाए,
वो बात कैसे कह जाऊं
जो तू समझ पाए ,
वो एहसास कहाँ से लाऊं
जो तुझको छू पाए ,
वो नज़र कहाँ से लाऊं
जिनमे तू बस जाए ,
वो बंधन कैसे बनाऊं
जिसमे तू बंध जाए ,
वो दिल कहाँ से लाऊं
जिसमे तू रह पाए ,
वो खुशी कहाँ से लाऊं
जिनमे तू मुस्काए ,
वो धड़कन कैसे सुनाऊ
जिसमे तू धड़क जाए ।
"मीनाक्षी पाठक"©️®️