मुझ_में _राम
अपने अंदर के रावण को
दहन करने की अब बारी है,
अपने अंदर के राम को
जागने की हीं हमसब की तैयारी है।
भारतवर्ष में रामराज की अलख है
देखों सबमें राम की हीं झलक है।
"मुझमें राम" के भाव को
जागृत करने का यह शंखनाद है,
बिहार से दिल्ली तक की यात्रा
यह अत्यंत सुखद है।
जाग रहा भारत है
जगा रहा अब भारत है
राम का नाम हीं नहीं
अपितु स्वंय में राम को जगा रहा अब भारत है।
विश्व के केन्द्र में भारत है
भारत के ह्रदय में सबके राज राम है
हनुमान सा विनय लिए
भारत का बच्चा-बच्चा कह रहा है
मुझ में राम, मुझ में राम
जय श्री राम जय श्री राम।
-Anant Dhish Aman