किरण...(आशय)
हतबल जो भी जीवन मे.
तुम उसके बल की.
हार रहा जो भी जीवन मे.
तुम उसके जित की.
कर रहा जो दृढनिश्चय जीवन मे.
तुम उसके स्वाभिमान की.
कर रहा जो कष्ट जीवन मे.
तुम उसके सफलता की.
लढ रहा जो भी जीवन मे.
तुम उसके विजय की.
असत्य से जो जुझ रहा जीवन मे.
तुम उसके सत्य की.
जो है कठीण पथ पर जीवन मे.
तुम उसके धैर्य की.
जो हो रहा पराजित जीवन मे.
तुम उसके जय की.
-किरन झा मिश्री