पराई है तू.....
बड़ा ही दर्द होता है दिल मे जब अपने ही घर जाकर सुनने को मिले कि पराई है तू ,
तुझे तो किसी ने बुलाया नहीं था तो फिर बिन बुलाए क्यों आयी है तू ,
माँ बाप के हाल चाल लेने के लिए भी सोचना पद जाता है मुझे कई बार ,
कहीं कोई आवाज ना आजाये कि शायद कुछ लेने तो नहीं आयी है तू ,
आँखों में आंसू और दिल में बेबसी को समेटे हुए उस पल में,
घर आयी तो सब पूछ बैठे कि क्या माँ बाप की राजी खुशी ले आयी है तू ,
मुस्कराते चहरे के साथ कमरे में गयी और खुद से ये सवाल किया मैंने,
क्या सच में शादी के बाद अपने ही घर में जाने के लिए परायी है तू......
शालिनी गौतम