उठाया विषय जो अमृत दान का
उसे तो मिला दंड विषपान का
जगा जो पूरी रात मालूम पड़ा
है छोटा नहीं काम दरबान का
कबीरा या नानक का है ये संदेश
नहीं कोई सानी सहज ज्ञान का
मशालें हैं ज़िंदा, दिया बुझ गया
हवा भी देती साथ बलवान का
उदासी लपेटे है चीन अमरिका
प्रसन्न मुख निर्धन भूटान का
पहुंचा दिल में ही गूगल मैप ने
पता जो पूछा मैंने भगवान का
©️कवि :- गौतम कुमार सागर
-Gautam Sagar