ज़िंदगी उपहार है ईश्वर का
इसे तुम अपनों के साथ सहेजकर रखना
सदा रहे संगठन ऐसा , इंसानियत का तुम परिचय देना
त्यागकर विघटन को ज़िंदगी को एक नई पहचान देना
मनुष्य बनकर इस जग में मनुष्यत्व का तुम मान रखना
अपने व्यवहार में सदा शिष्टता का तुम ध्यान रखना
उषा जरवाल