एक लड़की थी, आरोही।
आरोही की क्लास में एक लड़का था, जो मन ही मन उससे बहुत प्यार करता था। नाम उसका आकाश। लड़का अक्सर उसके छोटे-मोटे काम कर दिया करता था। बदले में जब लड़की मुस्करा कर थैंक्यू कहती, तो लड़के की खुशी की सीमा नहीं रहती।
एक बार की बात है। आकाश और आरोही साथ-साथ घर जा रहे थे। तभी जोरदार बारिश होने लगी। दोनों ने एक पेड़ के नीचे शरण ली। बारिश बहुत तेज थी। कुछ ही पलों में बूंदें छन-छन कर नीचे आने लगीं। ऐसे में बारिश से बचने के लिए दोनों एक दूसरे के बेहद करीब आ गये।
आरोही को इतने करीब पाकर आकाश अपने जज़्बातों पर काबू न रख सका। उसने आरोही को प्रजोज़ कर दिया। आरोही भी मन ही मन आकाश को बेहद पसंद करती थी, इसलिए वह भी राज़ी हो गयी।
एक बार की बात है आरोही उसी पेड़ के नीचे आकाश का इंतजार कर रही थी। आकाश बहुत देर से आया। उसे देखकर आरोही नाराज़ होती हुई बोली, 'तुम इतनी देर से क्यों आए? मेरी तो जान ही निकल गयी थी।'
आरोही की बात सुनकर आकाश मुस्करा दिया, 'जानेमन, मैं तुमसे दूर कहां गया था, मैं तो तुम्हारे दिल में ही रहता हूं। एक दिन दोनों लोग उसी पेड़ के नीचे बैठे बातें कर रहे थें। आरोही पेड़ के सहारे बैठी थी । तभी आरोही बोली, तुम मुझसे शादी कर लो, नहीं तो मर जाऊंगी।''
आकाश ने झट से लड़की के मुंह पर अपना हाथ रख दिया और बोला, ''मेरी जान, ऐसी बातें मत किया करो, अगर तुम्हें कुछ हो गया, तो मैं कैसे ज़िंदा रहूंगा?''
आरोही कुछ नहीं बोली। वह उम्मीद भरी नज़रों से आकाश की ओर देखती रही। आकाश ने अपनी बात आगे बढ़ाई, ''तुम चिंता मत करो जान, मैं जल्दी ही अपने घर वालों से बात करूंगा।''
धीरे-धीरे काफी समय बीत गया। एक दिन की बात है। दोनों लोग उसी पेड़ के नीचे बैठे हुए थे। उस वक्त आरोही का चेहरा उतरा हुआ ।आकाश के पूछने पर वह रुआसी होकर बोली, ''जान, मैंने अपने घर वालों को बहुत समझाया, पर वे हमारी शादी के लिए तैयार ही नहीं। उन्होंने मेरी शादी कहीं और तय कर दी
यह सुन आकाश का कलेजा फट पड़ा। उसका मन हुआ कि वह ज़ोर से रोए। लेकिन उसने अपने जज़्बात पर काबू पा लिया और बोला, ''जानू, मैने तुमसे सच्चा प्यार किया है, मैं तुम्हें कभी भुला नहीं सकता।''
आकाश यह सुन कर जोर-जोर से रोने लगा ।वह रोते हुए अपने घर को चला
देखते ही देखते आरोही की शादी का दिन आ गया। उसे यकीन था कि उसकी शादी में आकाश जरूर आएगा। पर ऐसा नहीं हुआ। हां, उसका भेजा हुआ एक गिफ्ट पैक उसे ज़रूर मिला।
आरोही ने कांपते हांथों से उसे खोला।
उस गिफ्ट को देखते ही आरोही बेहोश हो गई। गिफ्ट पैक में और कुछ नहीं खून से लथपथ आकाश का दिल रखा हुआ था। और साथ ही उसमे थी एक चिट्ठी, जिसमें लिखा हुआ था- अरे पगली, अपना दिल तो लेते जा, वरना अपने पति को क्या देगी