प्यार में होना ग़लत तो नही है ना...
प्यार में वक़्त या अंजाम देखना भी तो सही नही है...
भला वक़्त देख कर तो प्यार नही होता...
और अंजाम का सोच कर कब तक भागते रहेंगे...
प्यार तो कभी भी किसी से भी हो सकता है...
बस मर्यादा क़ायम रहे तो बेहतर है...
-स्मृति