प्रेम हिम्मत देता है ।
प्रेम नई उम्मीद दिखाता है ।
प्रेम अपनेपन का एहसास कराता है ।
प्रेम अकेलेपन का सहारा होता है ।
प्रेम मजबूर नहीं बल्कि मजबूत बनाता है ।
प्रेम दूरियो का फासला कम करता है ।
प्रेम जीने की नई राह दिखाता है ।
जो तकलीफ में साथ ना दे वो प्रेम नहीं है ।
बहती आंखो के आंसु न पोंछे वो प्रेम नहीं है ।
छोड़ ने पर मजबूर कर दे वो प्रेम नहीं है ।
प्रेम में केवल दर्द,आंसु और तन्हाई क्यों ?