पूंछा तो होगा,बरसते हुए इन बादलों ने एक बार ही सही।
कितना कमजर्फ़ है"मन",मुड़ के भी इक मर्तबा देखा नहीं।।
#जिंदगी_का_ताना_बाना
#शिकायतें_जो_तमाम_रह_गयीं
#अधूरीख़्वाहिश
#योरकोट_दीदी
#योरकोटबाबा
#सनातनी_जितेंद्र मन

Hindi Sorry by सनातनी_जितेंद्र मन : 111779940

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