मैं और मेरे अह्सास
घायलो सा दर्द मिला है l
पागलों सा प्यार किया है ll
दर्द को काग़ज़ों मे छुपाया l
शायरो सा प्यार किया है ll
सीने में खारापन घोल लिये l
सागरो सा प्यार किया है ll
नतीज़ा न मालुम इश्क का l
मासूमों सा प्यार किया है ll
युगों तलक याद रखेगे l
आयतों सा प्यार किया है ll
दर्शिता