शीर्षक : अपना भारत महान
जहां सहज सरल जीवन है अपना
जहां सुंदर मधुर रिश्तों में है अपनापन
जहां जन्म लेकर भाग्य को भी हो गर्व
जहां उल्लास और उन्नति के हो कई पर्व
जहां धर्म संस्कार नैतिकता हो सम्मान
दोस्तों.. वह देश है अपना भारत महान।।
जहां सदियों पुरानी है संस्कृति
जहां अपना पूरा वैभव लुटाती प्रकृति
जहां सूर्य की प्रथम किरण से आती जागृति
जहां अंहिसा की होती हरी भरी खेती
जहां सर्वधर्म की होती सरस् उन्नति
दोस्तों.. वह देश है अपना भारत महान ।।
जहां राम, रहीम, ईसा, का वास
जहां गंगा, यमुना के संगम का निवास
जहां हल्दीघाटी जैसी वीरता का साहस
जहां बुद्ध, नानक, महावीर वाणी का सूवास
जहां हर घर में धार्मिक संस्कारों का प्रवास
दोस्तों... वह देश है अपना भारत महान ।।
जहां नारी हों सम्पन्न संस्कारी
जहां रहते दानी और परोपकारी
जहां रामायण,गीता, बाईबल और कुरान
जहां का संविधान कहता हर धर्म समान
जहां हर भाषा और जाति का पूर्ण सम्मान
दोस्तों.. वो देश है अपना भारत महान ।।
जहां धर्म अनेक पर, तत्व एक
जहां जियो और जीने दो का विचार
जहांआस्थओं को होता पूरा अधिकार
जहां गाय को माता जैसा मिलता प्यार
जहां धरती को मिलता माँ का अधिकार
दोस्तों.. वो देश है अपना भारत महान ।।
जहां हर नागरिक को समान अधिकार
जहां सीमा पर हर कोई मरने को तैयार
जहां तिरंगा लहराये हर, आत्मा पर
जहां जन गन मन से करते, सब प्यार
जब जरूरत हों तब सब बोले बंदे मातरम
दोस्तों ..वो देश है अपना भारत महान ।।
✍️कमल भंसाली