"बनारस"
अपने आप में ही एक पूर्ण
शब्द सा जान पड़ता है
यहां के मंत्रोंचारण
यहां की गंगा की लहरों की
कल - कल करती ध्वनि
यहां के चौरासी घाट
घाट पर अपनी जिजीविषा
के लिए परिश्रम करते नाविक
मंदिर और मंदिर में बजती
घंटे और शंखनाद की ध्वनि
अप्रतिम सुकून की अनुभूति कराती हैं
मन मोह लेती हैं यहां के
घाटों की सुंदरता और सुकून
जो शायद हर जगह देखने
और महसूस करने नहीं मिलता
- अरुंधती गर्ग ( मीठी 😊 )