आप विश्वास नहीं करेंगे यह पत्थर से ही बनाया गया है ।
वस्त्र , आभूषण और शरीर तीनों पत्थर के हैं , लेकिन शरीर और आभूषण में अंतर स्पष्ट है ।
न न इनको रँगा भी नहीं गया है ।
श्याम वर्ण के भगवान राम और स्वर्ण या भूरे रंग के हनुमान जी ।
सबसे आश्चर्य की बात है यह है कि इसमें एक ही पत्थर का इस्तेमाल किया गया है लेकिन इन पत्थरों में क्या मिलाया गया है कि दोनों अलग अलग रंग दे रहे हैं ।
यही तो भारतीय स्थापत्य कला है जिसका कोई सानी नहीं ।
और मूर्ख कहते हैं कि छैनी हथौड़ी से बना है !! भला अपनी कमजोरी कैसे बतायें कि इनसे उन्नत तकनीक हमारे पास थी ।
यह उसी तरह है जैसे जब किसी को कोई बात नहीं समझ आती या बुद्धि से परे होती है तो उसे "चमत्कार" का नाम दे देते हैं।
वह चमत्कार नहीं बल्कि अपनी अज्ञानता को नाम देते हैं।