ख़ामोश हो जाऊंगा इस कदर कि बोलूंगा नहीं ,
दफ़न रह जाएंगे सारे ग़म सीने में खोलूंगा नहीं ,
ढूंढ लेना तुम तुम्हारे जैसे ही हुनरमंद को फ़िर ,
ज़हर ज़िन्दगी में तुम्हारे मैं कभी घोलूंगा नहीं ,

#poetryofsjt

Hindi Blog by Poetry Of SJT : 111657864

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