जिंदगी में शोर की कोई कमी नही हैं,
पर हाँ, उस शोर में सुकून का एक लम्हा हो तुम.....
मुसीबतें कुछ बेहिसाब सी हैं,
पर हाँ, उन मुसीबतों में सुलझन का एक धागा हो तुम.....
चिंता क्या बवाल हैं जिंदगी में,
पर हाँ, उन चिंताओं के बीच खुशी का त्योहार हो तुम....
रफ्तार क्या तेज़ हैं इस छोटी सी बड़ी जिंदगी की,
पर हाँ, इस रफ्तार में ठहराव का एक पल हो तुम.....
मुझ सी साधारण चल रही जिंदगी में,
पर हाँ, इस साधरण जिंदगी का एक अनोखा जश्न हो तुम....
-PARL MEHTA