घर ,उपवन में खूब हरियाली ,
बिखरी ख़ुशहाली आती रही ,
रिश्तों की बगिया खिल रही ।
घर के बीच में तुलसी रही ,
मॉं जैसा प्यार उड़ेल रही ,
रिश्तों की बगिया खिल रही।
गुलाब की कली खिल रही ,
कॉंटो में भी खिलखिला रही ,
रिश्तों की बगिया खिल रही।
तरुणालय में कमल की कली ,
कीचड़ में भी प्रफुल्लित रही,
रिश्तों की बगिया खिल रही ।
घर के बाहर नीम खड़ा कड़वा,
उत्तम दवा और छॉव मिल रही ,
रिश्तों की बगिया खिल रही ।
आशा सारस्वत