जय जय नारायण नारायण हरि हरि तेरी लीला प्रभु न्यारी न्यारी हरी हरी ब्रह्मदत्त
भगवान विष्णु सृष्टि रचयिता आपको बारंबार प्रणाम नमन नमस्कार है ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़ एवं सभी भक्तों का
➖विष्णु मंत्र ➖
शान्ताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशं
विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्णं शुभाङ्गम्।
लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यं
वन्दे विष्णु भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम्।। ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़