शुभ प्रभात मंगलवार जय श्री राम जय बजरंगबली हनुमान जी आपको बारंबार प्रणाम नमन नमस्कार है ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़ एवं सभी भक्तों का नमस्कार स्वीकार करें
आज का विषेश ज्ञान दर्पण ➖ ब्रह्मदत्त
अष्टसिद्धि नव निधि के दाता।
अस बर दीन जानकी माता॥
तुम आठों सिद्धियों और नौ निधियों को देने
वाले हो । यह ईश्वरीय शक्ति तुम्हें सीतामाता ने
दी है।
aştasiddhi nava nidhi ke dātā
asa bar din jānaki mātā
You have the power to grant anyone
one of the eight sidhis or of the nine
nidhis by the blessings of Mother
Sita.
राम रसायन तुम्हरे पासा।
सदा रहो रघुपति के दासा॥
Jay Shri ram ➖ Brhamdutta
तुम्हारे पास 'राम-नाम' का ऐसा रसायन
(एक प्रकार की दवा) है जिसके कारण तुम सदा के
लिए श्री राम के चरणों के दास हो ।
rām rasāyan tumhare pāsā
sadā raho raghupati ke dāsā
You are always ready to serve Lord
Raghupati. .
तुम्हरे भजन रामको पावै।
जन्म जन्म के दुख बिसरावै॥
भक्तों व्दारा जो तुम्हारा भजन किया जाता है, वह
श्री राम प्रभु को बहुत भाता है । इससे प्रसन्न होकर
वे जन्म-जन्मान्तर के दुःखों को समाप्त कर देते हैं,
अर्थात मुक्ति दे देते हैं।
tumhare bhajan rām ko pāvai
janma janma ke dukh bisarāvai
Anyone can become free from the
sorrows of many lives and reach
Lord Rama by praying to you.
अन्त काल रघुपति पुर जाई।
जहाँ जन्म हरिभक्त कहाई॥
और वह भक्त मृत्यु के बाद प्रभु श्री राम के राज्य
में चला जाता है । उस राज्य में जन्म लेना ही
साक्षात् प्रभु का भक्त होना कहलाता है ।
ant kāl raghupati pur jāi
jahāṁ janma haribhakta kahāi
By your grace one will enter the
immortal abode of Lord Ram after
death and remain devoted to him.
prastutikaran ➖Brahmdutta Tyagi Hapur
प्रस्तुतीकरण ➖ ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़