प्यार
"प्यार से बढ़कर कुछ नहीं,
प्यार से बड़ा कोई फ़कीर नहीं।
प्यार ही है जिंदगी....।
प्यार से बढ़कर कोई मौत नहीं।
प्यार से चलती हैं साँसें,
साँसें रोकने का भी फीतूर यहीं।
प्यार ही है सबसे बड़ी बीमारी,
प्यार से बड़ा कोई इलाज नहीं।।
प्यार ही है फूलों की बगिया,
प्यार से बड़ी कोई काँटों की सेज नहीं।।
प्यार ही जीत है, सारी दुनिया,
प्यार से बढ़कर कोई हार नहीं।
प्यार उपहार है ईश्वर का,
खुशियों का खजाना है प्यार।
प्यार से बढ़कर कोई दर्द नहीं।
प्यार के चर्चे बहुत सुने होंगे,
प्यार में कहाँ किसी को,
मुकम्मल जहाँ मिला।
ना, कृष्ण को राधिका मिली,
ना मीरा को कृष्ण मिला,
प्यार में विरह वेदना को....।
खुद सृष्टि रचयिता ने भी सहे।।"
अम्बिका झा 👏
-Ambika Jha