सफ़र जिंदगी का
"सफ़र जिंदगी का है ये सबसे निराला,
अच्छे-अच्छों का यहाँ निकलता दिवाला।
सच्चाई दम तोड़ती यहाँ झूठ का है बोलबाला।
सब परेशान यहाँ सबका अपना-अपना झमेला
रोते हुए मिलेंगे यहाँ सभी, बच्चे बुढ़े या कुंवारे।
फिर भी सफ़र जिंदगी है सबको बहुत ही प्यारा।।
सफ़र जिंदगी में सबको अपनी चिंता,
सफ़र जिंदगी का है ये सबसे निराला।
इस सफर में हमसफ़र जुड़ते जाते हैं अक्सर,
दूसरों में अपनों की तलाश,अपना हुआ पराया।।
सुख और दुःख का भी है सब का अलग ही फंडा।
अपने सुख की चिंता दूसरों की तरक्की में रोना।
यहाँ सत्य का दबदबा है और झुठ का है बोलबाला।
जहाँ सत्य चुप रहता झूठ अपना परचम लहराता।
सफ़र जिंदगी का है ये सबसे निराला।।"
अम्बिका झा 👏
-Ambika Jha