अधूरी मौहब्बत.....
एक दरिया है खारा सा,
एक नदिया है प्यासी सी,
एक जंगल है वीरान सा,
एक दिल है खाली सा,
सभी को कुछ तो आश है,
सभी के दिल में एक प्यास है,
आश है मिलन की ,
और प्यास है मौहब्बत की,
लेकिन कहाँ पूरी होतीं हैं
ख्वाहिशें सभी की,
किसी का मिलन अधूरा तो
किसी की मौहब्बत अधूरी..
Saroj verma.....❤️