कोई याद आये तो ज़माना याद आता है
मुझे कई बार वो फसाना याद आता है
उस चेहरे में कुछ तो था जो दिखा मुझे
कई बार मुझे यार पुराना याद आता है
वो हँसी जो मासूम सी थी बच्चों जैसी
उसका मुझे माँ सा डांटना याद आता है
वफ़ा बेवफ़ा इन सबका दौर कहाँ था वो
सालों बाद खुशी से मिलना याद आता है
ख़तों को पढ़ना कई कई बार दिन भर में
वो अकेले में सोच मुस्कुराना याद आता है
कोई याद आये तो ज़माना याद आता है
-Broken_Feather