आज से हम खयालों में तेरे।
रात दिन छुपके आया करेंगे।
ख़्वाब में याद आएगी तेरी।
प्यार चुपके जताया करेंगे।।
तेरे दीदार को हम तरसते।
रहगए कैसा हम प्यार करते।
कोई शिकवा न कोई गिला है।
किस तरह से बताया करेंगे।।
भूल बैठे थे तुम हमको कबसे।
इसलिए मेरा कहना है तुमसे।
गर यहां न मिले तो समझलो।
हम वहां भी सताया करेंगे।।
तुमसे तन्हाइयों का गिला है।
रोज मिलने का ही फैसला है।
भूलकर भी कोई भूल न हो।
कस्मे वादे निभाया करेंगे।।
-Sanjay Singh