तू मासूम तेरे सवाल भी मासूम ,
उन सवालों के जवाब मैं लाऊ कहाँ से ?
मासूम सी है मुस्कराहट तेरी तुझे डाँट के रुलाऊ कैसे ?
पढ़ाना नहि , सिखाना है तुझे सब ,
दुनियादारी की समझ तुझे दिलाऊ कैसे ?
काश तेरे जैसी मासूमियत मिल जाए मुझको थोड़ी ,
तो बच्चा बन के तेरे संग चिल्लाऊं मैं भी ,
चिल्ला चिल्ला के सारे गम भुलाऊँ मैं भी ,
पर है ये हकीकत की तेरे जैसी मासूमियत मैं लाऊ कहाँ से ?
-Piyusha